भारतीय संस्कृति में व्याप्त है विनम्र सेवा व आचरण का भाव : गुणवंत कोठारी

भारतीय संस्कृति में व्याप्त है विनम्र सेवा व आचरण का भाव : गुणवंत कोठारी

-भारतीय संस्कृति में नारी रही है सदैव से चिर विजयनी : डॉ कमलाचार्य वेदांती महाराज-हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान के शिविर में कन्या वंदन और आचार्य वंदन कार्यक्रम

महाकुम्भ नगर, 12 फरवरी (हि.स.)। हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा सेक्टर आठ वेणी माधव मार्ग में आयोजित सेवा कुम्भ के तहत कन्या वंदन एवं आचार्य वंदन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संस्थान के राष्ट्रीय संयोजक गुणवंत सिंह कोठारी ने कहा कि गुरु शिष्य की भावना व विनम्र सेवा एवं आचरण का भाव भारतीय संस्कृति में व्याप्त है। भारतीय संस्कृति में सभी प्रकार की विविधताओं की अपनी विशेषताएं क्षमताएं और उपादेयता है।

उन्होंने कहा कि नारी शक्ति के रूप में उपस्थित कन्या संस्कृति एवं सभ्यता की भावी संवाहक है। शक्ति के रूप में उपस्थित कन्या अपने भारतीय संस्कृति और परिवेश के अनुरूप अपने लिए योजनाएं और समाधान प्रस्तुत करने में सक्षम है। आवश्यकता है उनकी बातें गौर से सुनने समझने और उनके क्रियान्वयन के लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध कराने की। भारतीय चिन्तन में नारी सदैव-सदैव से मंत्र दृष्टा, श्रद्धा, शौर्य और राष्ट्रीय अस्मिता की प्रतीक रही है।

मुख्य अतिथि श्रीमद्जगद्गुरु रामानंदाचार्य डॉ. कमलाचार्य वेदांती महाराज काशी पीठाधीश्वर ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी सदैव से चिर विजयनी रही है। वह कन्या रूप में आदि काल से स्तुति योग्य है। ऐसी उच्च कोटि शक्ति स्वरूपा व उनकी सुनिश्चित भूमिका के माध्यम से ही सशक्त संस्कार युक्त और आचरणवान संतति का निर्माण होना संभव हो सका। जिससे सुसंस्कृत एवं उन्नत भारत राष्ट्र का निर्माण हुआ।

संस्थान के राजस्थान प्रांत सचिव सोम कान्त शर्मा ने कहा कि गुरु गायत्री स्वरूप होते हैं। जिनके वचनामृत संसार की संगति से उत्पन्न विषों का अन्त करने में समर्थ हैं। हमें कन्या शक्ति की ऊर्जा व पराक्रम को समझने की जरूरत है। कार्यक्रम संयोजक डॉ. सीपी शर्मा ने कहा कन्याएं भविष्य की माता शिक्षिकाएं एवं समाज का आधार बनती हैं। आदिकाल से ही भारतीय संस्कृति में देवी एवं विभिन्न शक्ति स्वरूपों में कन्या के वन्दन और पूजन की परम्परा रही है। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. ॠषि सहाय ने कहा कि इस तरह के आयोजन निश्चित रूप से सामाजिक समरसता आत्मिक उत्कर्ष मातृशक्ति की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने का संदेश देते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सीपी शर्मा व मोनिका ने किया, जबकि धन्यवाद कार्यालय प्रमुख डॉ अमित कुमार दूबे ने दिया। कार्यक्रम में संस्थान पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक अमरनाथ, महेश्वर मिश्र, युगल किशोर, नागेंद्र जायसवाल, जीडी जोशी, वंदना तिवारी, राजेन्द्र प्रसाद सिंह, नटवर लाल भारती, नागेंद्र सिंह चौहान, अरूण, श्याम, अनूप आदि उपस्थित रहे।

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