महाकुम्भ में जूना अखाड़ा ने बनाए नौ महामंडलेश्वर
महामण्डलेश्वर करेंगे सनातन वैदिक हिन्दू धर्म,संस्कृति के प्रसार के लिए कार्य
महाकुम्भ नगर,27 जनवरी (हि.स.)। जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज और श्रीमद्आद्यजगद्गुरु शंकराचार्य के अद्वैत मत के प्रसार व विस्तार का कार्य भारत समेत पूरे विश्व में कर सनातन हिन्दू वैदिक धर्म संस्कृति का रक्षण-संवर्धन पुनीत कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने पंचदशनाम जूना अखाड़े में नौ महामंडलेश्वरों को बनाया है। यह जानकारी सोमवार को दूधेश्वर मंदिर के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता महंत नारायण गिरि महाराज ने दी।
उन्होंने बताया कि पंचदशनाम जूना अखाड़े में स्वामी विश्वेश्वर भारती महाराज, स्वामी अनंतानन्त आनन्दवन भारती महाराज, स्वामी बलराम पुरी महाराज, स्वामी आत्मवंदना गिरि महाराज, स्वामी विष्णु गिरि महाराज, स्वामी ऋषि भारती महाराज, स्वामी विश्वेश्वरी माता, स्वामी वीरेन्दर गिरि महाराज व स्वामी मनोरमा गिरि महाराज की महामण्डलेश्वर पद पर विराजमान किया है।
उन्होंने बताया कि सभी नए बनाए गए महामण्डलेश्वर जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज के मार्गदर्शन व दिशा-निर्देशन में सनातन वैदिक हिन्दू धर्म.संस्कृति के प्रसार हेतु कार्य करेंगे। इस अवसर पर पंचदशनाम जूना अखाड़े के सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, महामंडलेश्वर भवानी नंदन यति महाराज, हिन्दू धर्म आचार्य सभा के महासचि स्वामी परमात्मानन्द गिरि महाराज समेत बड़ी संख्या में सन्त,.महामण्डलेश्वर और साधक मौजूद रहे।
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