चकबंदी विभाग में एक महिला ने अपने सीनियर अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला ने उत्तर प्रदेश चकबंदी आयुक्त को इस मामले की जानकारी दी है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। महिला ने बताया कि आरोपी अधिकारी उसे लगातार परेशान कर रहा है और उसके खिलाफ अनुचित व्यवहार कर रहा है। महिला ने पहले भी इस मामले की शिकायत की थी, लेकिन आरोपी अधिकारी का ट्रांसफर रद्द हो गया और उसे फिर से उसी पद पर बहाल कर दिया गया।
महिला ने आरोप लगाया है कि अधिकारी उसे धमकी देता है और कहता है कि वह किसी भी अधिकारी से नहीं डरता है। महिला ने कहा कि आरोपी अधिकारी के व्यवहार के कारण वह मानसिक रूप से परेशान हो गई है और उसके काम पर भी इसका असर पड़ रहा है। महिला ने चकबंदी निदेशालय मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों को भी इस मामले की जानकारी दी है और आरोपी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
चकबंदी निदेशालय मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने कहा कि महिला की शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और आरोपी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिला का साहस सराहनीय है और संगठन उसके साथ खड़ा है। आयुक्त ने बाराबंकी के जिलाधिकारी को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया है और कहा है कि आरोपी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी अधिकारी प्रदीप कुमार चौधरी ने आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि महिला अपनी जवाबदेही से बचने के लिए गलत आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि आयुक्त ने डीएम से बात कर जांच कमेटी बनाई है और जांच के बाद सचाई सामने आ जाएगी।